जिला और ब्लॉक स्तर पर विद्यार्थी अभिभावक हेल्पलाइन डेस्क का गठन
- शिक्षा विभाग ने जालोर और सांचौर जिलों में बिना मान्यता के संचालित विद्यालयों और संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही, जिला और ब्लॉक स्तर पर विद्यार्थी अभिभावक हेल्पलाइन डेस्क का गठन करने के आदेश भी दिए गए हैं।
अवैध रूप से संचालित संस्थानों पर सख्त कार्रवाई
- मुख्य जिला शिक्षाधिकारी और समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक भेराराम ने बताया कि कई संस्थान बिना मान्यता के संचालन कर अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं। ये संस्थान विभिन्न प्रकार के पोस्टर और विज्ञापनों के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश देते हैं और बाद में मोटी रकम की मांग करते हैं, जिससे अभिभावक परेशान होते हैं और विद्यार्थी समय पर टीसी नहीं प्राप्त कर पाते।
निर्देशों का पालन और जागरूकता
- जालोर और सांचौर जिले के सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारियों, पीईईओ, और राउमावि के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने संबंधित क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों और कोचिंग संस्थानों की जानकारी अभिभावकों और विद्यार्थियों को प्रदान करें। इस संदर्भ में 31 जुलाई तक प्रत्येक विद्यालय में बैठक आयोजित कर अभिभावकों और विद्यार्थियों को सूचित किया जाएगा।
हेल्पलाइन डेस्क का गठन
- जिला स्तर पर जिला शिक्षाधिकारी और प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर सीबीईओ कार्यालय में विद्यार्थी अभिभावक हेल्पलाइन डेस्क की स्थापना की जाएगी। हेल्पलाइन डेस्क के दूरभाष नंबर और बिना मान्यता के संस्थानों की सूची समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाएगी, जिससे अभिभावक किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकें।
आकस्मिक निरीक्षण और कार्रवाई
- मुख्य जिला शिक्षाधिकारी ने जिले के सभी सीबीईओ को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्रों में बिना मान्यता के संचालित निजी संस्थानों और विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करें। अनियमितता पाए जाने पर पुख्ता सबूत के आधार पर सख्त कार्यवाही करते हुए इन संस्थानों को बंद करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
यह कदम शिक्षा विभाग द्वारा सुनिश्चित किया गया है कि सभी विद्यार्थी और अभिभावक सही जानकारी प्राप्त करें और बिना मान्यता के संस्थानों से बचें।
Edit By – OM DAHIYA
रिपोर्ट: PRO Jalore