इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, और कृषि के क्षेत्र में सशक्तिकरण करना है। इसके अंतर्गत, विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा विभागीय गतिविधियों की रिपोर्ट दी गई है। इस अभियान के तहत पूर्ण मानकों को अर्जित करने के लिए विभिन्न पहल की गई है
नीति आयोग द्वारा चयनित आशान्वित आहोर ब्लॉक में गुरूवार को “सम्पूर्णता अभियान” का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नीति आयोग के डीएमईओ निदेशक आशीष कुमार दास ने मुख्य अतिथियों के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर इस अभियान की योजना बनाई और सम्पूर्ण मानकों के अर्जिति को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मुख्य विशेषताएँ:
- विभागीय गतिविधियाँ: चिकित्सा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, और कृषि विभागों द्वारा अपनी गतिविधियों की जानकारी दी गई। इन विभागों ने गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, और बच्चों के स्वास्थ्य में प्रगति की बात की।
- पूरक पोषाहार कार्यक्रम: फोर्टिफाइड फूड, सही पोषण, और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों के पोषण को सुधारने की गर्भवती महिलाओं को जागरूकता दी गई।
- ड्राइंग प्रतियोगिता: कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के बीच सम्पूर्णता के इंडीकेटर्स आधारित ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
- नाटिका और जागरूकता रैली: महिला एवं बाल विकास व चिकित्सा विभाग द्वारा नाटिका का मंचन किया गया और गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर जागरूकता फैलाई गई।
- बैठक और शपथ: नीति आयोग के डीएमईओ निदेशक आशीष कुमार दास ने ग्राम स्तर पर मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य, शिक्षा, और कृषि क्षेत्र में सुधारों के लिए बैठक आयोजित की। इसमें विभागीय अधिकारियों से विभिन्न पहलों के बारे में चर्चा की गई और विस्तृत योजना बनाई गई।
आशान्वित ब्लॉक आहोर में यह सम्पूर्णता अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु समृद्ध पहल की गई है। इस अभियान के अंतर्गत कई उपाय और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिससे ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।