स्टेट नोडल जिला प्रभारी व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान परियोजना निदेशक चाइल्ड हेल्थ डॉ. प्रदीप चौधरी ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर स्थित सामान्य चिकित्सालय जालोर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आहोर एवं एमसीएच सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने लू-तापघात, मौसमी बीमारियों तथा एसएनसीयू के लिए आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और आपात स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने पर जोर दिया।
लू-तापघात डेडिकेटेड वार्ड का निरीक्षण
डॉ. चौधरी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आहोर और सामान्य अस्पताल जालोर में लू-तापघात के रोगियों के लिए बनाए गए डेडिकेटेड वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने कूलर, एसी, शुद्ध पेयजल, विद्युत आपूर्ति, एंबुलेंस सेवा, और आपातकालीन किट में बर्फ, ओरआरएस, ड्रिपसेट, फ्लूड एवं आवश्यक दवाइयों तथा उपकरणों की उपलब्धता का जायजा लिया। चिकित्सकों और कार्मिकों को हीट वेव और लू से प्रभावित मरीजों को अविलंब उपचार मुहैया कराने तथा लू-तापघात संबंधित समस्त सूचनाओं को प्रतिदिन आईएचआईपी पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएचसी आहोर और सामान्य अस्पताल जालोर में 108 एंबुलेंस में एसी को दुरुस्त करवाने के भी निर्देश दिए।
अस्पताल में भर्ती मरीजों से वार्ता
डॉ. चौधरी ने सामान्य अस्पताल के आईसीयू और फिमेल वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर सुविधाओं और व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। उन्होंने चिकित्साधिकारियों को सुविधापूर्ण माहौल में उपचार मुहैया करवाने के निर्देश दिए।
एमसीएच सेंटर का निरीक्षण
एमसीएच सेंटर जालोर में डॉ. चौधरी ने स्पेशल न्यू बोर्न यूनिट, एमएनटीसी वार्ड, शिशु वार्ड, गायनिक वार्ड, लेबर रूम और डीडीसी का निरीक्षण किया। उन्होंने समस्त आवश्यक उपकरणों के रख-रखाव, साफ-सफाई और मरीजों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए।
उपस्थित अधिकारी एवं कार्मिक
इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमाशंकर भारती, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूनम टांक, उपनियंत्रक डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. रामेश्वरलाल सुथार, डॉ. मुकेश चौधरी और डीपीएम चरण सिंह समेत कई चिकित्सा अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
इस निरीक्षण दौरे ने सुनिश्चित किया कि जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को बेहतर और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं, और साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।