ग्रामीणों ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प

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  • पानणा गांव के अमृत सरोवर तालाब में रविवार को ग्रामीणों ने एक अनूठी पहल के तहत वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इस पहल का आयोजन ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान 2024’ के तहत किया गया, जिसमें गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस मौके पर सरपंच लक्ष्मण पटेल ने पेड़-पौधों के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी से पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा करने की अपील की।

कार्यक्रम का आयोजन और उद्देश्य

  • ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान 2024’ का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और अधिक से अधिक लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करना है। इस अभियान के तहत पानणा गांव के अमृत सरोवर तालाब के आसपास के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य न केवल पर्यावरण को संरक्षित करना है, बल्कि गांव के लोगों को सामूहिकता और सहयोग की भावना से जोड़ना भी है।

सरपंच लक्ष्मण पटेल का संबोधन

  • कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरपंच लक्ष्मण पटेल ने अपने संबोधन में कहा, “पेड़-पौधे इस धरा के अनमोल आभूषण होते हैं। उनसे ही मनुष्य का जीवन आगे बढ़ता है। इनके अभाव में जीवन संभव नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि पेड़-पौधे अवश्य लगाएं और उनकी रक्षा करें।” उन्होंने यह भी कहा कि यह अभियान गांव के सभी लोगों के सहयोग से सफल हो सकता है और सभी को इसमें भागीदारी करनी चाहिए।

पेड़-पौधों का महत्व

  • सरपंच लक्ष्मण पटेल ने अपने भाषण में पेड़-पौधों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे न केवल पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं, बल्कि हमारे जीवन के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने कहा, “पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, जो हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। इसके अलावा, वे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने, जल संरक्षण और जैव विविधता को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”

ग्रामवासियों की सहभागिता

  • इस कार्यक्रम में गांव के कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व और ग्रामीण उपस्थित थे, जिनमें वार्डपंच हरि लक्ष्मण सिंह, खिमसिंहजी, मूलारामजी और अन्य ग्रामवासी शामिल थे। सभी ने मिलकर पेड़-पौधों को लगाया और उनके संरक्षण का संकल्प लिया। ग्रामवासियों ने इस पहल का स्वागत किया और इसे सफल बनाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का वादा किया।

पेड़-पौधों का संरक्षण

  • पेड़-पौधों की देखभाल और संरक्षण के लिए भी योजनाएं बनाई गईं। सरपंच लक्ष्मण पटेल ने कहा कि वृक्षारोपण के बाद पेड़ों की देखभाल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उन्हें लगाना। उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर इन पौधों की देखभाल करनी होगी ताकि वे बड़े होकर हमारे पर्यावरण को शुद्ध रख सकें।” इस दौरान उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील की कि वे नियमित रूप से इन पौधों की देखभाल करें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।

आगे की दिशा

इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद, ग्रामीणों ने यह संकल्प लिया कि वे आगे भी इस तरह की पहल करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल एक शुरुआत है और आने वाले समय में वे और भी बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने बच्चों को भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करेंगे ताकि वे भी इस मिशन में शामिल हो सकें।

ग्रामवासियों की प्रतिक्रियाएं

  • इस कार्यक्रम के बाद, कई ग्रामवासियों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। वार्डपंच हरि लक्ष्मण सिंह ने कहा, “यह एक बहुत ही सराहनीय पहल है। हम सभी को मिलकर इसे सफल बनाना चाहिए।” खिमसिंहजी और मूलारामजी ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि वे इस मिशन में अपना पूरा सहयोग देंगे।

भविष्य की योजनाएं

  • इस सफल आयोजन के बाद, गांव के लोगों ने भविष्य में और भी बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि वे अन्य गांवों में भी इस तरह की पहल करेंगे ताकि अधिक से अधिक लोग पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझ सकें और इसमें अपना योगदान दे सकें। सरपंच लक्ष्मण पटेल ने कहा कि वे इस अभियान को पूरे जिले में फैलाने का प्रयास करेंगे और सभी गांवों को इसमें शामिल करेंगे।

इस कार्यक्रम ने न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि गांव के लोगों को एकजुट करने का भी काम किया। सभी ने मिलकर पेड़-पौधों को लगाया और उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया। इस पहल से पानणा गांव के लोगों ने यह संदेश दिया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है और हम सभी को मिलकर इसे सफल बनाना है।

edit By OMJI
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By Marwadi Views Digital News & Media Group
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