- जालोर जिला टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए रजत पदक से सम्मानित हुआ।
- जिला कलक्टर निशांत जैन को भी उनके प्रयासों के लिए रजत पदक प्रदान किया गया।
- जिले में टीबी मुक्ति के लिए डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स का गठन किया गया और जन भागीदारी के साथ युद्ध स्तर पर अभियान चलाया गया।
- जिलेभर में बलगम जांच विशेष शिविरों का आयोजन किया गया और लक्षण आधारित सर्वे किया गया।
राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास जयपुर में टीबी मुक्त राजस्थान सम्मेलन का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की गरिमामयी उपस्थिति में टीबी उन्मूलन क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर जालोर जिला कलक्टर निशांत जैन को रजत पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।
जिला कलक्टर निशांत जैन ने बताया कि जालोर जिले के लिए यह गौरव का विषय है कि जिले में क्षय रोग के सम्पूर्ण उन्मूलन के लिए पूरी संवेदनशीलता एवं निष्ठा के साथ प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमाशंकर भारती, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. असीम परिहार व चिकित्सा विभाग की पूरी टीम के संयुक्त प्रयासों से टीबी मुक्त जालोर की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए जिले में निम्नलिखित प्रयास किए गए हैं:
- डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स का गठन किया गया और जन भागीदारी के साथ युद्ध स्तर पर टीबी उन्मूलन के लिए लक्ष्य प्राप्ति एवं सुधार के लिए एक्शन प्लान बनाया गया।
- जिलेभर में बलगम जांच विशेष शिविरों का आयोजन किया गया तथा जांच का दायरा बढ़ाते हुए लक्षण आधारित सर्वे किया गया, जिसके माध्यम से रोगियों की पहचान कर अविलम्ब उपचार प्रारंभ कर मरीज के फेफड़ों में संक्रमण को बढ़ने से रोका गया।
- निक्षय मित्रों के माध्यम से टीबी मरीजों के पोषण पर विशेष ध्यान देते हुए दानदाताओं व भामाशाहों के सहयोग से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई गई।
गौरतलब है कि टीबी मुक्त राजस्थान के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वर्ष 2025 का लक्ष्य रखा गया, इसी संदर्भ में जालोर जिले द्वारा एसएनसी में रजत पदक के लिए आवेदन किया गया था, जिस पर आवेदन के प्रमाणीकरण के लिए केंद्र द्वारा नामित एम्स की टीम द्वारा जिले में सर्वे किया गया।
सब नेशनल सर्टिफिकेशन में टीबी मरीजों की संख्या की कमी को दर को देखते हुए जिलों को 3 श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया। सब नेशनल सर्टिफिकेशन पर जिले में वर्ष 2015 की क्षय रोग दर के मुकाबले वर्ष 2022 में 40 से 60 प्रतिशत की कमी लाने पर केंद्रीय क्षय अनुभाग भारत सरकार द्वारा जिले को रजत पदक प्रदान किया गया है।
इस उपलब्धि पर जालोर जिले के सभी नागरिकों को बधाई।